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14 जनवरी, 2025 तक, भारतीय शेयर बाजारों में उल्लेखनीय उतार-चढ़ाव देखने को मिले हैं:
बाजार सूचकांक प्रदर्शन:
निफ्टी 50: 0.26% बढ़कर 23,144.35 अंक पर पहुंच गया।
बीएसई सेंसेक्स: 0.29% बढ़कर 76,545.10 अंक पर पहुंच गया।
ये उछाल पिछले सत्र के बाद आया है, जब दोनों सूचकांक लगभग 1.4% गिरकर सात महीने के निचले स्तर पर पहुंच गए थे।
क्षेत्र की खास बातें:
प्रौद्योगिकी: एचसीएल टेक्नोलॉजीज के शेयरों में 9% की गिरावट आई, जिसका असर तकनीकी क्षेत्र पर पड़ा।
वित्तीय: पावर फाइनेंस और आरईसी में क्रमशः 4% और 3.4% की बढ़त देखी गई।
इसके अलावा, मिड-कैप और स्मॉल-कैप सूचकांक क्रमशः 1.4% और 0.7% बढ़े।
मुद्रा चाल:
पिछले सत्र में रिकॉर्ड निचले स्तर पर पहुंचने के बाद भारतीय रुपये में 0.1% की बढ़ोतरी हुई।
विदेशी निवेश:
जनवरी में अब तक विदेशी निवेशकों ने लगभग 2.75 बिलियन डॉलर मूल्य के भारतीय शेयर बेचे हैं।
कॉर्पोरेट घटनाक्रम:
एचडीएफसी बैंक: शेयर 1.63% गिरकर ₹1,630.10 पर आ गए, जो व्यापक बाजार से कमतर प्रदर्शन है।
मार्केटवॉच
जेएसडब्ल्यू सीमेंट: अपने आईपीओ के लिए विनियामक अनुमोदन प्राप्त किया, जिसका लक्ष्य ₹40 बिलियन तक जुटाना है।
निवेशक भावना:
निवेशक आगामी कॉर्पोरेट आय और 1 फरवरी, 2025 के लिए निर्धारित संघीय बजट पर बारीकी से नज़र रख रहे हैं, जो बाजार की दिशा को प्रभावित कर सकता है।
कृपया ध्यान दें कि बाजार की स्थितियाँ गतिशील हैं। सबसे ताज़ा जानकारी के लिए, रीयल-टाइम वित्तीय समाचार स्रोतों या बाज़ार प्लेटफ़ॉर्म से परामर्श करना उचित है।